Krishna Janmashtami 2020
हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष भादों माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि और रोहिण नक्षत्र में कृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। इस बार 12 अगस्त को जन्माष्टमी है लेकिन इस बार भी पंचांग भेद के कारण कुछ जगहों पर जन्माष्टमी 11 अगस्त को तो कुछ जगहों पर 12 अगस्त को मनाई जाएगी। भगवान कृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि पर हुआ था ऐसे में इस बार 11 अगस्त को सुबह अष्टमी तिथि 7 बजकर 6 मिनट से शुरू होकर 12 अगस्त की सुबह 7 बजकर 54 मिनट तक रहेगी। महाभारत के युद्ध में भगवान कृष्ण का अहम योगदान रहा था। उन्होंने ही अर्जुन को धर्म और अधर्म के बारे में ज्ञान दिया था। भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को समस्त गीता का बोध ज्ञान करवाया था। गीता में जीवन का समस्त ज्ञान समाया हुआ है और इसमें जीवन के सार का विस्तार पूर्वक वर्णन किया गया है। गीता और भगवान कृष्ण के सम्पूर्ण जीवन से कई बातों को सीखा जा सकता है और उसको अपने जीवन में अनुसरण कर सफलता प्राप्त की जा सकती है।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का देशभर में विशेष महत्व है. यह हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है. भगवान श्रीकृष्ण को हरि विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है. देश के सभी राज्यों में इस त्योहार को अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है. इस दिन बच्चों से लेकर बूढ़ों तक सभी अपने आराध्य के जन्म की खुशी में दिन भर व्रत रखते हैं और कृष्ण की महिमा का गुणगान करते हैं. वहीं मंदिरों में झांकियां निकाली जाती हैं.
- जन्माष्टमी की तिथि: 11 अगस्त और 12 अगस्त.
- अष्टमी तिथि प्रारंभ: 11 अगस्त 2020 को सुबह 09 बजकर 06 मिनट से.
- अष्टमी तिथि समाप्त: 12 अगस्त 2020 को सुबह 05 बजकर 22 मिनट तक.
- रोहिणी नक्षत्र प्रारंभ: 13 अगस्त 2020 की सुबह 03 बजकर 27 मिनट से.
- रोहिणी नक्षत्र समाप्त: 14 अगस्त 2020 को सुबह 05 बजकर 22 मिनट तक.